ये मार्ग होगा कांवड़ियों के लिए- शिव भक्ति मे डूबा हुआ केसरिया रंग हर जगह दिखाई दे रहा है. दिल्ली देहरादून हाईवे पर कावड़ियों की लाइन देखने को मिल रही है.
शुक्रवार को लिया गया बड़ा फैसला
शुक्रवार से दिल्ली देहरादून हाईवे पर भारी वाहन प्रतिबंध करने के साथ-साथ दायी लेन कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दी गई है. इस के अलावा नहर पटरी मार्ग भी पूरी तरह से कावड़ियों के लिएआरक्षित किया गया है.
काफी सारे प्रबंध किए हैं
जिले में 55 किलोमीटर तक मार्ग को पूरी तरह लाइटों से पाट दिया गया है. मुजफ्फरनगर में पुलिस एवं प्रशासन ने यातायात प्रबंधन के साथ ही कावड़ियों की सुरक्षा के लिए काफी सारे प्रबंध किए हैं.
कावड़ यात्रा के मद्देनजर जिला एवं पुलिस प्रशासन का सबसे ज्यादा जोर यातायात प्रबंधन पर है. शुक्रवार को दिल्ली देहरादून nh-58 की दाये लेन कावड़ियों के लिए आरक्षित करने के साथ-साथ हाईवे पर भारी वाहन बंद कर दिए गए हैं.
शहर के अंदर से रुड़की मेरठ मार्ग के एक तरफ कावड़ियों के लिए आरक्षित की गई है. इसका कारण यह है कि अधिकांश कावड़िया शहर के अंदर शिव चौक से होते हुए गुजरते है.
कावड़ियों के लिए आरक्षित किया गया है
इसके अलावा हरिद्वार से गंगाजल लेकर आने वाले कांवड़ियों के लिए बनाया गया नहर पटरी मार्ग पूरे तरीके से कावड़ियों के लिए आरक्षित किया गया है।
हरिद्वार जनपद सीमा से लेकर बाया खतौली तक मेरठ सीमा तक 55 किलोमीटर लंबे मार्ग पर जिला पंचायत ने हर 10 मिनट पर अत्याधुनिक लाइट से पथ प्रकाश व्यवस्था की है.
दिल्ली की ओर जाने वाले कावड़िया सबसे सुलभ नहर पटरी मार्ग खतौली से होते हुए मेरठ और गाजियाबाद के मुरादनगर मे प्रवेश कर सकते हैं. कावड़ यात्रा के चलते हुए मेरठ और मुजफ्फरनगर मे पॉलिटेक्निक परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है. हमारी खबर पढ़ने के लिए आपसभी का धन्यवाद.
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