मेट्रो में टोकन का चलन हुआ खत्म- दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सोमवार से मेट्रो में क्यूआर कोड आधारित टिकट सिस्टम को लागू कर दिया है। अब लोग टोकन की जगह पेपर टिकट के माध्यम से दिल्ली मेट्रो में सफर कर पाएंगे.
क्यूआर कोड छपा होगा
दिल्ली मेट्रो की तरफ से जो टिकट आपको दिया जाएगा उसपर qr-code छपा होगा। इसकी की मदद से आप मेट्रो गेट पर एंट्री ले पाएंगे.
दिल्ली मेट्रो प्रबंधन ने पेपर टिकट सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए सभी मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट के लिए दो दो ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट अपग्रेड कर दिए हैं.
टोकन की जगह टिकट का इस्तेमाल किया जाएगा
अब आप इन दरवाजों के माध्यम से टोकन की जगह टिकट से अंदर जा सकते हैं. पेपर टिकट के माध्यम से आने वाले अगले महीने तक टोकन का चलन खत्म हो जाएगा.
मेट्रो की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक महीने के अंत तक क्यूआर कोड के जरिए मोबाइल के माध्यम से किराया भुगतान सेवा भी शुरू हो जाएगी.
जरूरी बातों का रखना होगा ध्यान
अगर आप भविष्य में जाकर टोकन की जगह टिकट खरीदते हैं तो आप सभी को 60 मिनट के अंदर अंदर उस टिकट से एंट्री लेनी पड़ेगी. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी टिकट बेकार हो जाएगी और फिर किसी काम की नहीं रहेगी।
इसके अलावा टिकट का पैसा भी आपको रिफंड नहीं किया जाएगा. क्योंकि प्लास्टिक की टोकन बनाने में काफी ज्यादा खर्च होता है। साथ ही साथ इसको खरीदने में भी जेब ढीली हो जाती है।
लेकिन पेपर टिकट में भी समस्या है कि यहाँ पर मेट्रो स्टेशन पर साफ सफाई की परेशानी खड़ी हो जाती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि हर दिन दिल्ली मेट्रो में 25 लाख लोग सफर करते हैं। इसके अलावा 30 फीसदी लोग टोकन का इस्तेमाल करते हैं. यानी की हर दिन 7.30 लाख लोग मेट्रो टिकट का इस्तेमाल करेंगे.
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