फायरिंग का यह वीडियो करीब तीन साल से इंटरनेट पर है मौजूद– जब से मणिपुर में हिंसा शुरू हुआ है, सोशल मीडिया पर एक फायरिंग का वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है, जिसको लोग इसी हिंसा से जोड़कर इस वीडियो को बता रहे हैं। इसे शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो मणिपुर का है। वीडियो को ‘मणिपुर ऑन फायर’ और ‘मणिपुर वायलेंस’ के हैशटैग के साथ शेयर किया जा रहा है। क्या है इस वीडियो की सच्चाई, आइए जानते हैं आज के इस पड़ताल में
क्या है वायरल पोस्ट
एक नजर अगर वायरल वीडियो पर डाला जाए तो
फेसबुक यूजर अनूप पासी एडवोकेट ने इस वीडियो को 5 मई को शेयर करते हुए लिखा है,
“ये कोई फ़िल्मी सीन नहीं मणिपुर में मोदी जी की डबल इंजन की सरकार है
अब दलाल मीडिया और मोदी भक्त ये बताए कि यहाँ कौन सा विपक्ष और नेता गये थे भड़काने ?
कहावत है “नाच न जाने, आँगन टेढ़ा”
देश बर्बाद कर दिया इन गोडसे की औलादों ने।”
यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतना ज्यादा वायरल हो रहा है, कि लोग अपना अलग-अलग राय इस वीडियो को शेयर कर व्यक्त कर रहे हैं, खुद देखिए
ट्विटर यूजर पवन बॉक्सर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,
“ये कोई फ़िल्मी सीन नहीं मणिपुर में मोदी जी की डबल इंजन की सरकार है
अब दलाल मीडिया और मोदी भक्त ये बताए कि यहाँ कौन सा विपक्ष और नेता गये थे भड़काने ?
कहावत है “नाच न जाने, आँगन टेढ़ा”
देश बर्बाद कर दिया इन गोडसे की औलादों ने।”
ट्विटर यूजर राजू पल्लेपगा (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
Wbseries Media ने अपने इस पड़ताल में पाया कि यह वीडियो इंटरनेट पर 2020 से ही मौजूद है, जबकि इस वीडियो को शेयर करने वाला यूजर #Gaming भी यूज़ किया है, इस वीडियो का मणिपुर हिंसा से कोई भी संबंध नहीं है.
पड़ताल
इस दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल पर रिवर्स इमेज की मदद से, पड़ताल स्टार्ट किए, जिसमें हमने पाया एक इंस्टाग्राम स्टाग्राम जिसका नाम “THREATTY” से है, इस यूज़र ने इसी वीडियो को 5 जुलाई 2020 को शेयर किया हुआ है. मतलब यह साफ पता चल रहा है- कि इस वीडियो को मणिपुर हिंसा से जोड़ा जा रहा है।
Wbseries Media ने अपने इस पड़ताल में पाया कि यह वीडियो इंटरनेट पर 2020 से ही मौजूद है, जबकि इस वीडियो को शेयर करने वाला यूजर #Gaming भी यूज़ किया है, इस वीडियो का मणिपुर हिंसा से कोई भी संबंध नहीं है.
पुराने वीडियो को मणिपुर का बताकर शेयर करने वाले फेसबुक यूजर अनूप पासी एडवोकेट की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह यूपी में वकालत करते हैं। 16 फरवरी 2020 को बने इस पेज के करीब 47 हजार फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल फायिरंग का वीडियो पुराना है। यह जुलाई 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
[rank_math_rich_snippet id=”s-f7645a5d-ffb7-4d55-9a40-a25ce8c103e3″]
इसे भी पढ़ें- फैक्ट चेक: हिटलर और पीएम मोदी की तुलना करने वाला ये कोलाज एडिटेड है, खुद देखें