छोले भटूरे खाने दूर दूर से आते हैं लोग- छोले भटूरे की दुकान और रेहड़ी आपको हर एक बाजार की हर एक गली में देखने को मिल जाएगी। लेकिन अगर आपने फरीदाबाद के इस दुकान के छोले भटूरे नहीं खाए हैं तो इसका मतलब आपने अभी तक कुछ नहीं खाया है।

 फरीदाबाद जाकर छोले भटूरे खा सकते हैं

 अगर आपको भी छोले भटूरे खाने का शौक है तो आप भी फरीदाबाद की इस दुकान और रेहड़ी पर जाकर छोले भटूरे का आनंद ले सकते हैं।

 आखिरकार क्या खास है  छोले भटूरे में

 यहां पर आपको गरमा गरम छोले भटूरे के साथ आंवले का अचार, धनिया की चटनी, प्याज़ और खीरा दिया जाता है। यह सब सुनने के बाद मुंह में पानी आ जाता है।

 अगर आप भी इन लाजवाब छोले भटूरे को खाना चाहते हैं तो फरीदाबाद के बल्लभगढ़ मुख्य बाजार में रेहड़ी वाले बाबू के पास पहुंच जाइए और बिना किसी देरी के प्लेट तैयार है।

 देसी घी से बनाए जाते हैं छोले भटूरे

 बाबू के छोले भटूरे देसी घी से बनाये जाते हैं. इसका स्वाद ऐसा होता है कि एक बार खाने के बाद  इंसान जिंदगी भर  याद रखता है.

 पुश्तैनी काम है

 बाबू ने बताया कि  यह हमारा पुश्तैनी काम है और पिछले 40 साल से हम यही करते  आ रहे हैं. अब उनके बच्चे हैं इसी काम में माहिर हो गए हैं.

 सुबह 8:00 बजे से लाइन लग जाती है

 बाबू के छोले भटूरे इतने ज्यादा लोकप्रिय है कि सुबह 8:00 बजे से यहां पर लाइन लग जाती है. दो-तीन घंटे में सारे छोले भटूरे  बिक जाते हैं।

 बाबू ने बताया कि वह होम डिलीवरी नहीं देते है। स्ट्रीट फूड के दीवाने  दूर-दूर से यहां पर छोले भटूरे खाने आते हैं. इन्हे खाने का असली मजा गली के अंदर ही आता है. उनका कहना है कि 40 साल पहले जो स्वाद आता था वही आज भी आना चाहिए।

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Rohit Chelani

रोहित चेलानी सोनीपत से हैं, रोहित चेलानी मीडिया क्षेत्र मे 3 साल से हैं, इनको हिन्दी...

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