जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा टाइट- दिल्ली में होने वाले g20 समिट के लिए भारतीय सेना भी पूरे तरीके से तैयार है. रक्षा के इंतजाम के साथ-साथ किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए सेना के पास प्लान a और प्लान b दोनों है।
सेना सुरक्षा में तो मदद करेगी और इसके साथ में सिविल प्रशासन को भी सहयोग देगी। एयर फोर्स के साथ मिलकर भारतीय सेना एयर डिफेंस में भी भूमिका निभाएगी।
बम डिस्पोजल स्क्वैड तैनात रहेंगे
इसके अलावा भारतीय सेना के बम डिस्पोजल स्क्वैड तैनात रहेंगे. एक्सप्लोसिव डिटेक्शन टीम भी मुस्तैद रहेगी जिसमें तकरीबन 20 ईडी (एक्सप्लोसिव डिटेक्शन) डॉग शामिल होंगे।
सेना दो या तीन वीइकल माउंटेड एंटी ड्रोन सिस्टम को भी तैनात करेगी. यदि कोई एयर स्पेस में घुसपैठ करता है तो उसे तुरंत मार कर गिरा दिया जाएगा.
भारतीय सेना एयर फोर्स की मदद करेगी
एयर डिफेंस का मुख्य जिम्मा एयर फोर्स निभाएगा और इस सिक्योरिटी ग्रिड मे भारतीय सेना एयरफोर्स की मदद करेगी. सेना की तकरीबन 8 से 10 क्विक रिएक्शन मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी।
जो कि किसी भी तरह के जैविक, रासायनिक, या फिर न्यूक्लियर हमले की स्थिति की स्थिति के लिहाज से पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद रहेगी.
रिकवरी ग्रिड को भी मजबूत करेगी
भारतीय सेना रिकवरी ग्रिड को भी मजबूत करेगी. इसका मतलब अगर कहीं पर रोड ब्लॉक हो गई या फिर इस प्रकार की कोई स्थिति हो गई।
ऐसे मे सेना सिविल प्रशासन की मदद करेगी। सुरक्षा के लिए देश के अलग-अलग जगह से अलग अलग सिक्योरिटी फोर्स के लोग भी आएंगे.
भारतीय सेना इनके लिए लॉजिस्टिक्स सपोर्ट भी उपलब्ध करवाएगी. बताया जा रहा है कि दिल्ली में भारतीय सेना की दो इंफ्रेंट्री ब्रिगेड और एक आर्टिलरी ब्रिगेड है।
इसके तकरीबन 5 से 6 हजार सैनिक g20 के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे. हवाई सुरक्षा ग्रिड उसी तरह मजबूत रहेंगे जैसे की 26 जनवरी और 15 अगस्त को रहते हैं.
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